अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: थीम, महत्व और आयोजन
🧘♂️ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: प्रस्तावना (International Yoga Day 2025: Introduction)
योग, भारत की प्राचीनतम धरोहरों में से एक है, जो न केवल शरीर बल्कि मन और आत्मा के संतुलन को भी दर्शाता है। यह एक ऐसा विज्ञान है जो व्यक्ति को तन, मन और आत्मा के स्तर पर जोड़ता है। योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक पद्धति है।21 जून
को हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग
दिवस (International Day of Yoga) मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा
11 दिसंबर 2014 को भारत के
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव पर की
गई थी। 193 में से 177 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था, जो अपने आप में एक
रिकॉर्ड था। इसके बाद से, हर साल 21 जून को दुनियाभर में लाखों लोग योग के विभिन्न रूपों का
अभ्यास करते हैं।
इस दिन का मुख्य
उद्देश्य है —
“योग को जन-जन तक पहुंचाना और इसके शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक लाभों को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाना।”
🌍 योग दिवस 2025 की थीम क्या है? (What is the theme of Yoga Day 2025?)
हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की एक थीम (विषय) तय की जाती
है, जो उस
वर्ष के सामाजिक, वैश्विक या पर्यावरणीय सन्दर्भों को ध्यान में रखते हुए चुनी जाती है।
साल 2025
की
आधिकारिक थीम है:
"Yoga
for One Earth, One Health"
(एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग)
इस थीम का उद्देश्य है –
·
लोगों को यह समझाना कि स्वस्थ जीवनशैली केवल एक व्यक्ति की नहीं,
पूरी
पृथ्वी की जिम्मेदारी है।
·
योग एक ऐसा माध्यम है जो मनुष्य
और प्रकृति दोनों के बीच संतुलन बनाए रख सकता है।
·
पर्यावरण, पशु-पक्षी, और मानव स्वास्थ्य —
सबका आपसी संबंध है और योग के ज़रिए हम सबको जोड़ सकते हैं।
"One
Earth, One Health" का विचार इस ओर इशारा करता है कि जब तक धरती स्वस्थ नहीं,
तब तक मनुष्य भी
पूरी तरह से स्वस्थ नहीं रह सकता।
इस थीम के तहत:
·
योग सत्रों के दौरान प्राकृतिक चिकित्सा, पर्यावरण
जागरूकता, और सामूहिक मानसिक
स्वास्थ्य जैसे विषयों पर भी चर्चा की जाएगी।
·
स्कूल, कॉलेज, सरकारी विभाग और सार्वजनिक मंचों
पर इसी संदेश के साथ आयोजन होंगे।
🇮🇳 भारत में योग दिवस कैसे मनाया जाता है? (How is Yoga Day celebrated in India?)
भारत, जो योग की जन्मभूमि है, यहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
बड़े ही उत्साह और विविधता के साथ मनाया जाता है। यह दिन केवल स्वास्थ्य के प्रति
जागरूकता फैलाने का अवसर नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान को दोहराने का भी
मौका होता है।
✨ योग दिवस के आयोजन में शामिल
होते हैं:
1.
सरकारी
और गैर-सरकारी संगठन
o भारत
सरकार के AYUSH मंत्रालय के
निर्देशन में देशभर में हजारों कार्यक्रम होते हैं।
o प्रधानमंत्री
स्वयं योग करते हुए राष्ट्र को संदेश देते हैं।
2.
स्कूल,
कॉलेज
और विश्वविद्यालय
o छात्रों
और शिक्षकों के लिए सामूहिक योग सत्र।
o Common Yoga Protocol का अभ्यास कराना।
3.
सशस्त्र
बल और पुलिस विभाग
o विशेष
योग प्रशिक्षण और सुबह के सत्र।
o मानसिक
तनाव कम करने के लिए ज़ोर दिया जाता है।
4.
सार्वजनिक
आयोजन और पार्कों में योग
o स्थानीय
नगर पालिकाएं, NGOs, और योग संस्थान सुबह योग सत्र आयोजित करते हैं।
o बड़ी-बड़ी
जनसभाओं में हजारों लोग एक साथ योग करते हैं।
5.
ऑनलाइन
आयोजन और डिजिटल भागीदारी
o COVID-19 के बाद से डिजिटल योग सत्र और वेबिनार का चलन भी बढ़ा है।
o सोशल
मीडिया पर #InternationalYogaDay और #YogaForWellness जैसे ट्रेंड्स चलते हैं।
6.
विशेष
वर्गों के लिए कार्यक्रम
o दिव्यांग,
वरिष्ठ नागरिकों,
महिलाओं और बच्चों
के लिए अलग-अलग योग प्रशिक्षण।
o "योगा विद फैमिली" और "योगा एट वर्कप्लेस" जैसी पहलें भी।
इन आयोजनों का मुख्य उद्देश्य है —
"योग को जन-जन तक
पहुंचाना और इसे हर व्यक्ति की जीवनशैली का हिस्सा बनाना।"
🏫 सरकारी स्कूलों और संस्थानों में योग दिवस कैसे मनाया जाता है? (How is Yoga Day celebrated in government schools and institutions?)
हर साल की तरह इस वर्ष भी भारत सरकार ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025
को लेकर सभी
शैक्षणिक संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसका उद्देश्य है — छात्रों,
शिक्षकों
और समाज के अन्य वर्गों में योग के प्रति जागरूकता और सहभागिता बढ़ाना।
शिक्षा विभाग द्वारा
लागू किए गए प्रमुख कदम इस प्रकार हैं:
🕕 1. आयोजन का समय और स्थान
·
सभी स्कूलों और शैक्षणिक
संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि 21 जून 2025 को सुबह 6:30 बजे से 7:45
बजे तक
योग सत्र आयोजित करें।
·
P.M. श्री स्कूलों सहित सभी
विद्यालयों में एक साथ योग का अभ्यास किया जाएगा।
🌐 2. रजिस्ट्रेशन और योग संगम पोर्टल
·
सभी संस्थाओं को योग संगम पोर्टल पर
जाकर "Join Yoga Sangam" के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य किया गया है।
·
यह पोर्टल सरकारी मॉनिटरिंग के
लिए बनाया गया है जिससे सहभागिता का रिकॉर्ड ऑनलाइन रखा जा सके।
📢 3. जागरूकता और आमंत्रण
·
स्कूलों को कहा गया है कि वे
अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करें।
·
न केवल छात्र और शिक्षक, बल्कि अभिभावकों और समाज के लोगों को
भी योग दिवस में शामिल किया जाए।
📝 4. रिपोर्टिंग प्रक्रिया
·
हर स्कूल को योग सत्र की तस्वीरें,
रिपोर्ट्स
(PDF), और सहभागिता की
संख्या निर्धारित नोडल अधिकारी को भेजनी है।
·
सभी स्कूलों को अपनी रिपोर्ट एक Google Form
के माध्यम से 20
जून की सुबह 10:00
बजे तक भेजनी होती
है:
👉 Google Form Link
📚 5. निर्देश और गाइडलाइंस
·
सभी स्कूलों को केंद्र सरकार
द्वारा तैयार किए गए Common Yoga Protocol का पालन करना है।
·
ज़िला स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है,
जो सभी संस्थानों
की रिपोर्ट एकत्र करेगा।
🔗 6. उपयोगी लिंक
·
कार्यक्रम से जुड़ी सभी
गाइडलाइंस और PDF दस्तावेज यहां उपलब्ध हैं:
📂 Google Drive Folder
💪 योग के लाभ (Benefits
of Yoga)
योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि यह मन,
शरीर
और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने का एक प्राकृतिक तरीका
है। यह सदियों पुरानी भारतीय विद्या अब पूरी दुनिया में तनावमुक्त
जीवन, बेहतर स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन के
लिए अपनाई जा रही है।
नीचे दिए गए हैं योग के प्रमुख लाभ:
🧠
1. मानसिक
स्वास्थ्य में सुधार
·
योग से तनाव,
चिंता
और डिप्रेशन कम होता है।
·
ध्यान (Meditation) और प्राणायाम (Breathing)
से मस्तिष्क शांत
होता है।
❤️ 2. शारीरिक लचीलापन और ऊर्जा
·
नियमित योगाभ्यास से शरीर में लचीलापन,
संतुलन
और स्टेमिना बढ़ता है।
·
रीढ़ की हड्डी और मांसपेशियों को
मजबूती मिलती है।
🩺
3. रोग प्रतिरोधक
क्षमता में वृद्धि
·
योग शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर मौसमी बीमारियों
से बचाव करता है।
·
पाचन क्रिया और हार्मोन बैलेंस
भी बेहतर होता है।
🧘
4. एकाग्रता और
आत्मनियंत्रण
·
विद्यार्थी और प्रोफेशनल्स के
लिए योग एकाग्रता और
कार्यक्षमता में सुधार करता है।
·
गुस्से और चिड़चिड़ेपन पर
नियंत्रण आता है।
😌 5. संपूर्ण जीवनशैली में संतुलन
·
योग हमें आहार, विचार,
व्यवहार
और निद्रा को संतुलित करने की प्रेरणा देता है।
·
यह सिर्फ एक कसरत नहीं, एक जीवन दर्शन है।
"योग वह प्रकाश है जो एक बार जल जाने पर कभी बुझता नहीं।"
— बी.के.एस. अयंगर (B.K.S.
Iyengar)
🌐 अंतरराष्ट्रीय योग
दिवस की वैश्विक मान्यता (Global recognition of International Yoga Day)
योग आज केवल भारत तक सीमित नहीं है — यह अब वैश्विक स्वास्थ्य और संस्कृति का प्रतीक बन
चुका है। इसकी लोकप्रियता और वैज्ञानिक लाभों को देखते हुए संयुक्त
राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 2014 में इसे अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर मान्यता दी।
🌎 1. योग को अंतरराष्ट्रीय दर्जा कब
मिला?
·
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
27 सितंबर 2014
को UNGA में योग को
अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रस्ताव रखा था।
·
11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21
जून को International Day of
Yoga के रूप में घोषित कर दिया।
·
177 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जो संयुक्त राष्ट्र के
इतिहास में सबसे तेज़ और सबसे व्यापक समर्थन वाला प्रस्ताव था।
📅 2. पहली बार कब मनाया गया?
·
21 जून 2015 को पहली बार पूरे विश्व
में एक साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।
·
भारत में यह आयोजन नई दिल्ली के राजपथ पर
हुआ, जहां 35,985
लोगों ने एक साथ
योग किया — यह गिनीज
वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।
🗺️ 3. दुनिया भर में योग कैसे मनाया
जाता है?
·
अमेरिका, कनाडा, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अफ्रीका, UAE जैसे दर्जनों देशों में सरकारी और निजी संस्थाएं योग
दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करती हैं।
·
भारतीय दूतावास और भारतीय
सांस्कृतिक केंद्र (ICCR) विदेशों में बड़े पैमाने पर योग शिविर आयोजित करते हैं।
📸 4. सोशल मीडिया और डिजिटल
प्लेटफॉर्म्स पर योग
·
हर साल #InternationalYogaDay,
#YogaForHumanity, #YogaForWellness जैसे हैशटैग दुनिया भर में ट्रेंड करते हैं।
·
लाखों लोग Instagram,
YouTube और Facebook
पर लाइव योग
सेशन्स में भाग लेते हैं।
"जब से योग को वैश्विक मंच मिला है, तब से यह न केवल एक स्वास्थ्य
पद्धति, बल्कि भारतीय संस्कृति का ब्रांड एम्बेसडर बन
चुका है।"
🧘♀️ योग को कैसे बनाएं अपनी जीवनशैली का हिस्सा? (How to make yoga a part of your lifestyle?)
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक दिन का आयोजन नहीं है,
बल्कि यह हमें यह
याद दिलाने का अवसर है कि योग
एक सतत अभ्यास है, जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को हर दिन बेहतर बना सकता है।
अगर आप भी योग को अपनी रोज़मर्रा की दिनचर्या में शामिल करना चाहते हैं, तो नीचे दिए सुझावों को
अपनाना शुरू करें:
🔰 1. दिन की शुरुआत योग से करें
·
सुबह-सुबह खाली पेट 20–30
मिनट का योग सेशन
आपके शरीर और दिमाग को दिनभर ऊर्जावान बनाए रखता है।
·
आप Tadasana, Bhujangasana, Anulom-Vilom जैसे आसान आसनों से
शुरुआत कर सकते हैं।
📱 2. मोबाइल ऐप्स और यूट्यूब से मदद
लें
·
शुरुआती लोगों के लिए कई फ्री
ऐप्स और YouTube चैनल उपलब्ध हैं जैसे:
o Daily Yoga,
Yoga for Beginners, Sadhguru’s Isha Yoga, Art of Living
·
Guided वीडियो की मदद से आसनों को सही
तरीके से करना आसान होता है।
👨👩👧👦
3. परिवार के साथ
योग करें
·
“Yoga with Family” सिर्फ एक ट्रेंड नहीं,
बल्कि एक स्वस्थ
आदत है।
·
बच्चों और बुजुर्गों के लिए
हल्के स्ट्रेचिंग वाले योग अभ्यास पूरे परिवार को जोड़ते हैं।
🧑💻
4. ऑफिस योग और
ब्रेक टाइम स्ट्रेच
·
ऑफिस में लगातार बैठने वाले लोग
पीठ दर्द और तनाव से परेशान रहते हैं।
·
"Chair Yoga" और 5 मिनट की गहरी साँसों (Deep
Breathing) की
तकनीक आपको तरोताज़ा कर सकती हैं।
📆 5. हफ्ते में 1 बार Digital
Detox योग सत्र
·
सप्ताह में एक दिन मोबाइल,
लैपटॉप से दूरी
बनाकर ध्यान (Meditation), श्वास तकनीक और योग करें।
·
इससे मानसिक स्पष्टता और
आत्मसंयम बढ़ता है।
🎯 6. लक्ष्य न बनाएं, आदत बनाएं
·
कई लोग सोचते हैं कि योग करने से
तुरंत वजन कम होगा या शक्ति बढ़ेगी — लेकिन असली लाभ नियमित अभ्यास से ही मिलते हैं।
·
इसलिए इसे एक फिटनेस लक्ष्य की
तरह नहीं, एक जीवनशैली की
तरह अपनाएं।
"Yoga is the journey of the self, through
the self, to the self."
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक वैश्विक प्रयास
है — स्वास्थ्य,
शांति
और संतुलन की ओर लौटने का।
21 जून को योग
दिवस मनाना हमें हर साल याद दिलाता है कि —
“स्वस्थ शरीर में ही
स्वस्थ समाज और खुशहाल राष्ट्र की नींव रखी जा सकती है।”
आज जब पूरी दुनिया तनाव,
बीमारियों
और असंतुलन से जूझ रही है, योग एक ऐसा साधन है जो हमें शारीरिक मजबूती,
मानसिक
स्पष्टता और आत्मिक संतुलन प्रदान करता है।
इस ब्लॉग के ज़रिए हमने देखा कि —
·
योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई,
·
2025 की थीम “Yoga for One Earth, One Health” का अर्थ क्या है,
·
भारत और पूरी दुनिया में योग
दिवस कैसे मनाया जाता है,
·
सरकार स्कूलों में योग को लेकर
कैसे प्रयास करती है,
·
और आम व्यक्ति अपने जीवन में योग
को कैसे शामिल कर सकता है।
अब समय है कि हम सिर्फ पोस्टर या मैसेज फॉरवर्ड न करें,
बल्कि रोज़ के जीवन में 20
मिनट
योग के लिए निकालें।
क्योंकि जैसा कहा
गया है:
"योग करें,
निरोग
रहें — खुद भी, और समाज भी।"
❓ FAQs
(अक्सर
पूछे जाने वाले सवाल)
उत्तर: हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और भारतीय योग परंपरा से जुड़ा है।
उत्तर: संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसंबर 2014 को इसे मान्यता दी और पहली बार यह 21 जून 2015 को मनाया गया।
उत्तर: 2025 की थीम है — "Yoga for One Earth, One Health", जिसका उद्देश्य है एक पृथ्वी और एक समग्र स्वास्थ्य की दिशा में योग का योगदान।
उत्तर: केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार स्कूलों में सुबह 6:30 से 7:45 तक योग सत्र होते हैं, जिसमें छात्र, शिक्षक और अभिभावक भाग लेते हैं।
उत्तर:
सुबह के समय
नियमित अभ्यास करें, मोबाइल ऐप्स और YouTube चैनल से मार्गदर्शन लें, और परिवार के साथ मिलकर योग
करें।