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Exams के बाद बच्चों को कैसे मोटिवेट करें: 3 Powerful तरीक़े | Movies, Books & Letter Guide

एग्ज़ाम्स के बाद बच्चों को कैसे मोटिवेट करें: माँ-बाप के लिए एक इमोशनल और प्रैक्टिकल गाइड

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परिचय (Introduction)

NEET, JEE, बोर्ड एग्ज़ाम्स या कोई भी बड़ा कॉम्पटीशन — हर एग्ज़ाम के बाद बच्चों के लिए एक इमोशनल ब्रेक का समय होता है। वो थके होते हैं, कभी रिज़ल्ट का प्रेशर होता है, कभी आगे के करियर को लेकर कन्फ़्यूजन। ऐसे में माँ-बाप का रोल बहुत अहम हो जाता है। सिर्फ़ मार्क्स या रिज़ल्ट नहीं, उनकी इमोशनल एनर्जी को रिचार्ज करना भी ज़रूरी है।

इस आर्टिकल में हम 3 तरीक़े शेयर करेंगे — मूवीज़, बुक्स और एक पर्सनल लेटर — जिनका इस्तेमाल करके आप अपने बच्चे को ना सिर्फ़ मोटिवेट कर सकते हैं, बल्कि उसके सपनों में नए पंख भी लगा सकते हैं।


बच्चों के जज़्बात को समझना (Understanding children’s emotions)

  • सबसे पहले उनसे बात करें, लेकिन बिना किसी दबाव के।

  • सुनना सीखिए — कभी-कभी बच्चे सिर्फ़ अपने दिल की बात कहना चाहते हैं।

  • उन्हें यह एहसास दिलाइए कि आप उनके साथ हैं, बिना किसी शर्त के।


इंस्पिरेशनल मूवीज़ जो बच्चों को नई उड़ान देंगी (Inspirational movies that will give children a new Energy)

कुछ ऐसी फ़िल्में जो इमोशनल टच भी देती हैं और मोटिवेशन भी:

  • तारे ज़मीन पर – बच्चों की क्रिएटिविटी और इमोशनल वर्ल्ड को समझने के लिए।

  • सुपर 30 – मेहनत और संघर्ष की रियल-लाइफ स्टोरी।

  • 3 इडियट्स – पैशन को फॉलो करने का मैसेज।

  • The Pursuit of Happyness (हॉलीवुड) – कभी हार ना मानने वाली कहानी।

  • सचिन: अ बिलियन ड्रीम्स – एक सपने से दुनिया जीतने तक का सफर।

प्रो टिप: हर मूवी के बाद उस पर छोटी-सी बातचीत करें, कि बच्चे ने क्या सीखा।


मोटिवेशनल बुक्स जो बच्चे पढ़ें (motivational books for kids to read)

  • "You Can Win" – शिव खेड़ा – सेल्फ-बिलीफ़ और पॉज़िटिव थिंकिंग के लिए।

  • "The Power of Subconscious Mind" – जोसेफ मर्फ़ी – माइंडसेट और कॉन्फिडेंस।

  • "Ikigai" (हिंदी एडिशन उपलब्ध) – उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने की जापानी फ़िलॉसफी।

  • "विंग्स ऑफ़ फायर" – डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम – एक विजनरी लीडर की कहानी।

सजेशन: बच्चे को एक डायरी गिफ़्ट करें जिसमें वह अपने गोल्स और डेली इंस्पिरेशन लिख सके।


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एक पर्सनल चिट्ठी – सबसे पावरफुल टूल (A personal letter – the most powerful tool)

कभी-कभी माँ या पिता के दो लाइनों के शब्दों में वह ताकत होती है जो मोटिवेशनल स्पीच में नहीं होती। आप अपने बच्चे के लिए एक पर्सनलाइज़्ड लेटर लिख सकते हैं जिसमें आप उसका साथ, उसका सपना और उसकी ताकत का ज़िक्र करें।

अगर आप चाहें तो यह सैंपल लेटर इस्तेमाल करें:
📥 Download करें यह Motivational Letter for Son (PDF)

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इसे उसके स्टडी टेबल पर लगाइए — हर सुबह वह पढ़कर नए हौसले के साथ दिन की शुरुआत करेगा।


रोज़ का रूटीन और छोटे गोल्स (Daily routine and small goals)

  • बच्चों के लिए एक सिंपल और रिलैक्स्ड रूटीन बनाएं जिसमें पढ़ाई के साथ कुछ फन और हेल्थ भी हो।

  • फिज़िकल एक्टिविटी: वॉक, साइकलिंग या इंडोर गेम्स।

  • छोटी-छोटी जीत का सेलिब्रेशन करें — जैसे "Today I completed a chapter"।


This video is embedded for educational/reference purposes. All rights belong to the original creator: Parikshit Jobanputra - YouTube Channel.

माँ-बाप के लिए संदेश (message for parents)

आपका बच्चा चाहे किसी भी फ़ील्ड में हो, उसे आपका सपोर्ट हर वक्त चाहिए होता है — शब्दों में, नज़रों में, और भरोसे में। हर सपना तभी पूरा होता है जब उसके पीछे एक माँ का आशीर्वाद और एक पिता का विश्वास हो।


निष्कर्ष (Conclusion)

मोटिवेशन कोई एक बार दिया गया गिफ्ट नहीं होता — यह एक प्रोसेस है। जब आप मूवीज़, बुक्स और एक पर्सनल टच का कॉम्बिनेशन देते हैं, तो बच्चा सिर्फ़ मोटिवेट नहीं होता — वह इमोशनली स्ट्रॉन्ग बन जाता है।

अपने बच्चों के सपनों के सफर में उनके हमसफ़र बनिए। बस इतना काफ़ी है।


इस पोस्ट के बारे में आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं, आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए क़ीमती है।

- टीम विद्या दर्पण


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