स्वस्थ मातृत्व, सुरक्षित बचपन: विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025
परिचय
स्वस्थ माताएँ और नवजात शिशु एक मजबूत समाज की नींव रखते हैं। जब माँ और बच्चा स्वस्थ होते हैं, तो पूरा परिवार और समुदाय भी समृद्ध होता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस (7 अप्रैल 2025) इस साल मातृ और नवजात स्वास्थ्य को समर्पित होगा। इस वर्ष का विषय है "स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य"।
यह सालभर चलने वाला अभियान सरकारों और स्वास्थ्य संगठनों से आग्रह करेगा कि वे माताओं और शिशुओं की जान बचाने के प्रयासों को तेज़ करें और महिलाओं के दीर्घकालिक स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता दें।
मातृ और नवजात स्वास्थ्य की स्थिति
दुर्भाग्यवश, हर साल लगभग
3 लाख महिलाएँ गर्भावस्था या प्रसव के दौरान अपनी जान गंवा देती हैं, जबकि
20 लाख से अधिक नवजात शिशु जन्म के पहले महीने में दम तोड़ देते
हैं। यानी हर 7 सेकंड में एक जीवन बचाया जा सकता था।
अगर मौजूदा रुझान
जारी रहे, तो 80% देश 2030 तक मातृ मृत्यु दर को कम करने के वैश्विक लक्ष्य से पीछे रह
जाएंगे। यह ज़रूरी है कि
हम इस दिशा में और प्रभावी कदम उठाएँ।
देशवार मातृ एवं नवजात मृत्यु दर
देश |
मातृ मृत्यु दर (प्रति 100,000 जीवित जन्म) |
नवजात मृत्यु दर (प्रति 1,000 जीवित जन्म) |
दक्षिण सूडान |
1,223 |
- |
चाड |
1,063 |
- |
नाइजीरिया |
1,047 |
- |
मध्य अफ्रीकी
गणराज्य |
835 |
80.5 |
सोमालिया |
829 |
83.6 |
अफगानिस्तान |
- |
101.3 |
इक्वेटोरियल
गिनी |
- |
77.4 |
माली |
- |
77.3 |
भारत में स्थिति
भारत में मातृ एवं
नवजात मृत्यु दर में सुधार हुआ है,
लेकिन चुनौतियाँ
बनी हुई हैं।
- मातृ मृत्यु
अनुपात (2020): 103 प्रति 100,000
जीवित जन्म
- नवजात मृत्यु
दर (2022): 17 प्रति 1,000
जीवित जन्म
महिलाओं और परिवारों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल आवश्यक
हर महिला को गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर देखभाल की ज़रूरत होती है। स्वास्थ्य सेवाओं को इस प्रकार विकसित
करने की आवश्यकता है कि वे न केवल
प्रसव संबंधी
जटिलताओं को संभालें, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य,
गैर-संक्रामक
रोगों और परिवार नियोजन
से जुड़ी जरूरतों
को भी पूरा करें।
सरकारों को यह
सुनिश्चित करना चाहिए कि महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकारों की रक्षा करने वाले कानून और नीतियाँ लागू हों।
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 अभियान के लक्ष्य
✅ जागरूकता बढ़ाना
- मातृ और नवजात मृत्यु दर को कम करने के
लिए आवश्यक कदमों पर ध्यान केंद्रित करना।
✅ सुदृढ़ निवेश को बढ़ावा देना - महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में
प्रभावी निवेश को प्रोत्साहित करना।
✅ सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करना - माता-पिता और स्वास्थ्य कर्मियों का सहयोग करना। ✅
महत्वपूर्ण
स्वास्थ्य जानकारी साझा करना - गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर देखभाल से जुड़ी उपयोगी जानकारी उपलब्ध
कराना।
विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई?
विश्व स्वास्थ्य
संगठन (WHO) की स्थापना 7 अप्रैल 1948
को हुई थी, और
1950 में पहली बार 7 अप्रैल को "विश्व स्वास्थ्य दिवस" के रूप में
मनाया गया। यह दिन वैश्विक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति
जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है।
महत्वपूर्ण सुझाव: मातृ और नवजात स्वास्थ्य के लिए क्या
करें?
- गर्भावस्था
के दौरान नियमित जांच कराएँ
– डॉक्टर से
समय-समय पर मिलें और सभी जरूरी टेस्ट कराएँ।
- स्वस्थ आहार
लें – फल, सब्ज़ियाँ,
प्रोटीन और
आयरन युक्त भोजन लें।
- नवजात शिशु
को केवल स्तनपान कराएँ – जन्म के पहले
6 महीने तक
शिशु को सिर्फ माँ का दूध देना चाहिए।
- संक्रमण से
बचाव करें – सफाई का
ध्यान रखें और बच्चे को उचित टीकाकरण दिलाएँ।
- मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें – प्रसव के बाद अवसाद से बचने के लिए परिवार और विशेषज्ञ से सहायता लें।
निष्कर्ष
उपरोक्त आंकड़े
दर्शाते हैं कि कई देशों में मातृ एवं नवजात मृत्यु दर अभी भी चिंताजनक स्तर पर
है। यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इन दरों को कम करने के लिए प्रयास करें, ताकि हर माँ और शिशु को स्वस्थ और सुरक्षित जीवन मिल सके।
इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य स्पष्ट है – हर माँ और हर नवजात शिशु के जीवन को
सुरक्षित और स्वस्थ बनाना। यह केवल स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि
हम सभी की सामाजिक
जिम्मेदारी भी है।
आइए, इस अभियान में अपना योगदान दें और एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाएँ!
(FAQ)
1. विश्व स्वास्थ्य दिवस क्यों मनाया जाता
है?
विश्व स्वास्थ्य
दिवस का उद्देश्य स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जागरूकता
बढ़ाना और बेहतर स्वास्थ्य नीतियों को बढ़ावा देना है।
2. 2025 का विश्व स्वास्थ्य दिवस किस विषय पर
केंद्रित है?
2025 का विषय
"स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य" है, जो मातृ और नवजात स्वास्थ्य पर केंद्रित है।
3. मातृ मृत्यु दर को कैसे कम किया जा सकता
है?
उचित चिकित्सीय
देखभाल, पोषण,
सुरक्षित प्रसव, मानसिक स्वास्थ्य सहायता,
और महिलाओं के
स्वास्थ्य अधिकारों को मजबूत करने से मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।
4. नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य को कैसे
सुधारा जा सकता है?
समय पर टीकाकरण, स्तनपान, स्वच्छता, और नियमित स्वास्थ्य जांच नवजात मृत्यु दर को कम करने में
सहायक हो सकते हैं।